Ransomware Virus Attack How it works & How to Be Safe From Ransomware
दोस्तों आजकल रैनसमवेयर वायरस अटैक कितना ज्यादा पॉपुलर है ये आप अच्छी तरह जानते होंगे, लेकिन शायद आप ये नहीं जानते होंगे की ये वायरस कितना खतरनाक है। तो आज के इस पोस्ट में मैं आपको बताने वाला हूँ की रैनसमवेयर वायरस क्या होता है। ये बेसिकली किस तरह काम करता है और इसे आप किस तरह बच सकते हैं। तो आप इस पोस्ट को लास्ट तक पढ़े ।
![]() |
| Ransomware Virus Attack How it works & How to Be Safe From Ransomware |
जैसा कि आप लोग जानते ही हैं, वायरस के बहुत सारे टाइप्स होते हैं। हैकिंग अटैक के बहुत सारे टाइप्स होते हैं। उन्हीं में से आजकल एक वायरस अटैक बहुत ज्यादा पॉपुलर हो रहा है, जिसका नाम है रैनसमवेयर वायरस अटैक। ये वायरस अटैक बहुत ही ज्यादा खतरनाक है, इसलिए आपको इस वायरस के बारे में जानना बहुत जरूरी है। तो आइए सबसे पहले हम जानते हैं कि आखिर में रैनसमवेयर वायरस अटैक क्या होता है? उसके बाद हम जानेगे की ये बेसिकली किस तरह काम करता है। फिर हम जानेगे कि आप इसे किस तरह बच सकते हैं।
रैनसमवेयर बेसिकली एक वाइरस सॉफ्टवेर होता है। अगर ये सॉफ्टवेयर आपके कंप्यूटर पर एक बार इन्स्टॉल हो जाता है तो उसके बाद हैकर के पास आपके कंप्यूटर लैपटॉप सिस्टम का पूरा कंट्रोल होता है। चाहे वो स्मार्ट फ़ोन ही क्यों ना हो और अगर एक बार आपके कंप्यूटर में ये सॉफ्टवेयर इन्स्टॉल हो गया उसके बाद हैकर आपके कंप्यूटर को पूरी तरह लॉक कर देता है। यानी आपके कंप्यूटर में जो भी डेटा है उसे पूरी तरह इनक्रिप्टेड कर देता है। उसके बाद हैकर के पास आपके सिस्टम का पूरा कंट्रोल होता है। आप अपने सिस्टम में कुछ भी नहीं कर सकते तो ऐसे में आकर आपको ब्लैकमेल करता है या फिर कहें तो धमकी देता है। जिसमे आपको ये कहा जाता है कि आप हमें इतने पैसे दीजिए, इतने पैसे दो की तभी हम आपके सिस्टम को अनलॉक करेंगे या फिर आपके सिस्टम में जो भी डेटा है, उसे हम डिलीट नहीं करेंगे या फिर किसी भी तरह का जो आपका इम्पोर्टेन्ट डेटा है, उसे हम ऑनलाइन लीक नहीं करेंगे?
अगर आप पैसे नहीं देते हो तो ऐसे में आकर आपके डेटा को डिलीट भी कर सकता है। उसे ऑनलाइन लीक भी कर सकता है या फिर उसका मिसयूज भी कर सकता है। तो बेसिकली रैनसमवेयर यही होता है। इस पर हैकर आपके कंप्यूटर को पूरी तरह कंट्रोल कर लेता है। आप अपने कंप्यूटर में कुछ भी नहीं कर सकते। उसके बाद हैकर आप एक कंप्यूटर को एन्क्रिप्टेड करके आपको ब्लैकमेल करता है कि आप हमें पैसा दो, इतना पैसा दोगे तभी आपका कंप्यूटर Unlock होगा या फिर आप अपने डेटा को ऐक्सेस कर पाएंगे।
आइए अब हम जान लेते की आखिर में रैनसमवेयर वाइरस अटैक किस तरह काम करता है। उसके बाद हम जान लेंगे की आप इस वायरस से किस तरह बच सकते हैं। रैनसमवेयर वाइरस अटैक में हैकर सबसे पहले आपको एक स्पैम लिंक भेजता है। जरूरी नहीं है की ये लिंक आपको ईमेल के थ्रू ही भेजे। ये लिंक आप किसी थर्ड पार्टी वेबसाइट पे भी क्लिक करके वो वाले साहब के कंप्यूटर में आ सकता है या फिर आप किसी अननोन लिंक पे क्लिक करते हैं तो वो वायरस आपके कंप्यूटर में आ सकता है। तो यहाँ पर मैं आपको ईमेल का एग्जाम्पल दे रहा हूँ जिससे आपको समझ में आ जायेगा की ये वाइरस किस तरह काम करता है।
तो हैकर बेसिकली आपको एक स्पैम लिंक भेजता है तो उस स्पैम लिंक मैं आपको कुछ लिखा रहता है और वहाँ पे कुछ फाइल दिया होता है तो जैसे आप उस फाइल को डाउनलोड कर लेते हैं और ओपन कर लेते है। उसके बाद ये सॉफ्टवेयर ऑटोमैटिकली आपके कंप्यूटर में रन हो जाएगा तो जैसे ही रन हो जाता है तो उसके बाद वो सॉफ्टवेर आपकी सी ड्राइव पे जीतने भी वाइरस है। यानी जो भी है वाइरस बनाया होते हैं। यानी जो भी कमांड्स बनाए होते हैं, जो भी बनाया होते हैं वो ऑटोमैटिकली आपके C-Drive में इन्स्टॉल हो जाएगा। तो ये सारे के सारे वायरस होते हैं जो है करने बनाये होते हैं। उसके बाद आपके कंप्यूटर के रजिस्टर में भी बहुत सारे ऐसे रेजिस्ट्री ऐड हो जाएंगे जो हैकर को जरूरत होती है जिससे की वो आपका कंप्यूटर ऐक्सेस कर सके। तो जैसे ही ये सारा काम कंप्लीट हो जाता है उसके बाद ऑटोमेटिकली आपका कंप्यूटर हैकर से कनेक्ट हो जाता है। उसके बाद हैकर आपके कंप्यूटर को ऐक्सेस कर सकता है। उसके बाद आप एक कंप्यूटर में जीतने भी डेटा होते हैं। वो सारे के सारे हैकर एन्क्रिप्टेड कर देता है तो एन्क्रिप्टेड करने के बाद आपके कंप्यूटर को लॉक कर देता है। उसके बाद आप अपने कंप्यूटर को किसी भी तरह का ऐक्सेस नहीं कर सकते यानी आपके कंप्यूटर में आपका किसी भी तरह का कंट्रोल नहीं होगा। वो है करके पास आपका कंट्रोल होगा।
उसके बाद हैकर आपसे कहेगा की अगर आप हमें इतने पैसे दोगे तो आपका डेटा सेफ रहेगा। नहीं तो हम आपके डेटा को डिलीट मार देंगे या फिर हम आपके डेटा को ऑनलाइन लीक कर देंगे। अगर आप हमें इतना पैसा नहीं दोगे तो उसको बेसिकली यही होता है। रैनसमवेयर वाइरस अटैक और ये इसी तरह काम करता है। तो अब आप समझ गए होंगे कि रैनसमवेयर वायरस क्या होता है? यह किस तरह काम करता है? आइए हम सीख लेते है की आप इसे किस तरह बच सकते हैं। रैनसमवेयर वायरस अटैक से बचने का सबसे पहला तरीका यही है कि आप अपने सिस्टम का बैकअप बना के जरूर रखें। जरूरी नहीं है की आप उस सिस्टम का बैकअप उसी सिस्टम में बनाकर रखें। आप उस सिस्टम का बैकअप किसी दूसरे सिस्टम में बना के जरूर रखें। ऐसा इसलिए इन केस अगर फ्यूचर में हैकर आपके कंप्यूटर का हैक कर लेता है और आपके सारे डेटा को डिलीट कर देता है तो आप बैकअप की मदद से अपना सारा का सारा डेटा वापस ला सकते हैं। इसके बाद जो दूसरा तरीका है रैनसमवेयर वायरस अटैक से बचने का, वो ये है की आप अपने कंप्यूटर में किसी भी तरह का अननोन सॉफ्टवेयर इन्स्टॉल ना करे चाहे वो आपके एक मोबाइल में ही क्यों ना हो। तो फिर आप ऐसे अननोन लिंक पे क्लिक ना करें जिसके बारे में आपको कुछ भी आइडिया ना हो तो ये सब गलती आप ना करें। इससे आपके कंप्यूटर में रैनसमवेयर वायरस आ सकता है।
अगर आपको अपने कंप्यूटर में कोई भी ऐसा अननोन्स ऑफर दिखता है तो ऐसे में मैं आपको हाइली रिकमेंड करूँगा की आप उन सारे सॉफ्टवेयर को अनस्टॉल कर दें। इसके बाद जो नेक्सट तरीका है रैनसमवेयर वायरस अटैक से बचने का, वो ये है अगर आपको किसी भी तरह का ईमेल आया और आपको उसी मेल में कुछ फाइल अटैच हुआ मिले तो आप उन फाइल्स को गलती से भी डाउनलोड ना करे। अगर आपको किसी अननोन का ई मेल आता है और आपसे कहा जाता है कि इस फाइल को डाउनलोड कीजिये। तो आप उस फाइल को गलती से भी डाउनलोड ना करे। अगर आपको किसी जाने पहचाने का आता है यानी किसी फ्रेन्ड का ई मेल आता है या फिर किसी ऑफिशियली कंपनी के तरफ से ईमेल आता है तो वो आप डाउनलोड कर सकते हैं। लेकिन अगर आपको किसी अननोन वेबसाइट या फिर अननोन ईमेल आई डी से कोई ई मेल आता है और उसमें आपको कहा जाता है कि आप इस फाइल को डाउनलोड कीजिए तो आप उन फ़ाइलों को गलती से भी डाउनलोड ना करे। उस फाइल को डाउनलोड करने से आपके कंप्यूटर में वायरस आ सकता है। तो ये बात आप जरूर ध्यान रखें।
इसके बाद जो नेक्सट वाइरस अटैक से बचने का वो ये है की आप अपने कंप्यूटर या फिर लैपटॉप में फायरवॉल को जरूर ऐक्टिवेट कर लें। अगर आपने अभी तक ऐक्टिवेट नहीं किया है ऐसा इसलिए क्योंकि अगर आपने फ़ायरवॉल ऐक्टिवेट कर रखा है अपने कंप्यूटर लैपटॉप में तो हैकर डाइरेक्टली आपके कंप्यूटर पर अटैक नहीं कर सकता। उसे आपके फायरवॉल से होकर गुजरना पड़ेगा। इसके अलावा आप अपने कंप्यूटर में एक Paid एंटिवाइरस को भी यूज़ कर सकते हैं जो कि बहुत अच्छा हो। अगर आप किसी भी तरह का फ्री ऐंटीवाइरस यूज़ कर रहे हैं और आपके कंप्यूटर बहुत ही ज्यादा इम्पोर्टेन्ट डेटा है और आप चाहते हैं की वो हैक ना हो तो मैं आपको हाइली Recommend करूँगा की आप अपने कंप्यूटर में कोई पेड़ सॉफ्टवेर को यानी Paid एंटिवाइरस को ही यूज़ करे। कोई फ्री सॉफ्टवेयर यूज़ ना करे।
तो दोस्तों इन्हीं स्टेप्स को फॉलो करके आप रैनसमवेयर वायरस अटैक से डेफिनेटली बच सकते हैं। तो दोस्तों इस पोस्ट बस इतना ही आई होप ये पोस्ट आपके लिए हेल्पफुल होगा। अगर आपको लगता है कि यह आपके लिए हेल्पफुल रहा है तो प्लीज़ Share जरूर करें। और अगर आपको लगता है कि ये किसी और के लिए हेल्पफुल होगा तो प्लीज़ शेर कीजिये। अगर आपके पास कोई भी सवाल है जो आप मुझ से पूछना चाहते हैं तो नीचे बॉक्स में कमेंट करें और अगर आप मुझसे पर्सनली चैट करना चाहते हैं तो आप मुझे इंस्टाग्राम पर फॉलो करके मैसेज कर सकते हैं।
