5 Best Tips to become A Successful Intraday Trader
Why ट्रेडर लॉस मनी इन स्टॉक्स मार्केट रिटेल ट्रेडर स्टॉक मार्केट में पैसा क्यों गंवाता है? आज की जो हमारी Post है हम इस पर चर्चा करेंगे कि उसके कारण क्या है, वो पैसे क्यों गंवाता है और उससे बचने के लिए जो उपाय है इस Post में मैं उसके उपाय के बारे में भी आप लोगों को बताऊँगा।
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| 5 Best Tips to become A Successful Intraday Trader |
दोस्तों आज के हमारे Post है की स्टॉक मार्केट में हम पैसा क्यों गंवाते हैं और उसके उपाय के बारे में हम इस पर चर्चा करेंगे। सबसे पहले दोस्तों तो एक चीज़ है। चार से पांच बड़े कारण हैं जो स्टॉक मार्केट में हम पैसा गवाते हैं। अगर हम इन चीजों को सॉल्व कर लें, धीरे धीरे कर दें। ये चीजें 1 दिन में सॉल्व नहीं होने वाली है। हमारे माइंड पे इसका बहुत इफ़ेक्ट पहले से पढ़ चूका है तो इसके लिए हमें माइंडसेट बहुत इम्पोर्टेन्ट है। हमारा माइंड सेट हमारा ट्रेनिंग साइकोलॉजी जो होनी चाहिए वह बहुत स्ट्रांग होनी चाहिए तो ही हम इस चीज़ को संभाल सकते हैं। इस लॉस को हम संभाल सकते हैं।
तो मेरी नजर में पांच बड़े कारण हैं उसके बारे में हम डिस्कस करेंगे, चर्चा करेंगे और उसके उपाय के बारे में यहाँ पे आप लोग को बताऊँगा।
Use Technology
दोस्तों की पहला जो है रीज़न ये होता है कि यूज़ टेक्नोलॉजी जो रिटेल ट्रेडर होता है वो टेक्नोलॉजी को यूज़ नहीं करता है। जैसे कि मान लीजिए रीटेल ट्रेडर ज्यादातर जो ट्रेडर होते हैं वह मोबाइल से ट्रेनिंग करते हैं जो कि यह सबसे गलत तरीका है। ट्रेनिंग का अगर आप ट्रेनिंग कर रहे हैं तो बिल्कुल आपके पास मिनिमम एक लैपटॉप तो होना ही चाहिए। मोबाइल से ट्रेनिंग नहीं कर सकते हैं। आप मोबाइल को फ़ोन करने के लिए यूज़ कीजिये। बाकी चीजों के लिए यूज़ कीजिये। लेकिन मोबाइल से आप ट्रेनिंग सिर्फ मोबाइल से ट्रेनिंग कर रहे हैं तो ये गलत है। आपको अगर मोबाइल से ऑर्डर पंचिग कर सकते हैं लेकिन आपको चार्ट देखने के लिए मार्केट को समझने के लिए आपको टर्मिनल होना जरूरी है। टर्मिनल पर आप चीजों को देखते रहिये आप यहाँ पर नई नई टेक्नोलॉजी आ चुकी है। लोग टेक्नोलॉजी को यूज़ करते हैं और टेक्नोलॉजी हमेशा उनको रीटेल से दो कदम आगे रखती है। तो इन चीज़ो को आपको समझना पड़ेगा। इस चीज़ को आपको मानकर चलना है कि टेक्नोलॉजी को यूज़ करना है, टेक्नोलॉजी को सही तरह से यूज़ करना है।
अगर आप टेक्नोलॉजी को यूज़ नहीं करते हैं, सही तरीके से तो समझ लीजिए गा ये स्टॉक मार्केट से आपका पैसा बिल्कुल नहीं बनने वाला है तो कोशिश कीजिए ज्यादातर की लैपटॉप से ट्रेड कीजिए लैपटॉप पे चाट को देखते रहिये, अपने एनालिसिस को वहाँ पर देखते रहिए और फिर ट्रेनिंग कीजिए। आप यहाँ पर मोबाइल पे बस में चलते चलते हम ट्रेनिंग कर लेते हैं। मेट्रो में बैठे बैठे आप ट्रेनिंग करोगे तो यह रोज़ आपका बिलकुल चलने वाला नहीं है। किसी दिन हाँ, आपके एनालिसिस परफेक्ट है तो एक आध दिन आप ये चीजें कर सकते हैं लेकिन कंटिन्यू आप बोलोगे। सिर्फ मैं मोबाइल से देख के ही ट्रेनिंग करता हूँ तो बिल्कुल आप सक्सेस्स्फुल्ली स्टॉक मार्केट में नहीं हो पाएंगे।
Small Capital
दूसरा जो सबसे बड़ा कारण है वह है छोटा पैसा। बड़ा प्रॉफिट रीटेल हमेशा रिटेलर जो होता है वह हमेशा छोटा पैसा लेके आता है। मान लीजिए यहाँ पे वो 10,000 लेकर आ रहा है और उसको महीने के अंत में 50,000 चाहिए। अगर आप इस तरह की सोच के साथ में स्टॉक मार्केट में आते हैं तो आप यहाँ से बिल्कुल पैसा नहीं बना सकते हैं। आप देखो चीजों को समझिये। पहले देखिये बैंक जो हमे इंटरेस्ट देता है वो सात से 7.5% का इंटरेस्ट मिलता है। म्यूचुअल फंड हमें 15-18 परसेंट का रिटर्न देता है तो आप ये मान के चलिए ना कि मैं 1 साल में सिर्फ यह सोचकर अगर आप चलिए कि मैं इस साल में सिर्फ 50% ट्रेनिंग से कमाना चाहता हूँ। यानी ₹10,000 को मैं 15,000 बनाना चाहता हूँ, वो भी पूरे साल में। एक बार सिर्फ आप इस तरह से सोच करके देखिये फिर देखिएगा आपके जो ट्रेनिंग है आपका जो ट्रेनिंग स्टाइल है उसमें कितना बड़ा चेंज आ जाता है। जो आप लॉस करते थे शायद वो आप प्रॉफिट करना स्टार्ट करो गे, लेकिन जब तक आप के अंदर ये दिमाग है कि मैं यहाँ पर चिल्लर लेकर आऊ और गोनी भर भर के यानी बोरी भर भर के यहाँ से पैसा लेके जाऊ तो आप बिलकुल यहाँ से पैसा लेके नहीं जा सकते हो। आप अगर 10,000 लेके आये हो तो पहले ये सोचो कि मैं पूरे साल में सिर्फ 50% ट्रेनिंग से कमाना चाहता हूँ।
तो एक चीज़ जानलो बैंक अगर 7% दे रहा है। म्यूचुअल फंड 15% देने के बाद इन दोनों में हम खुश हैं। बहुत सारे लोग की हमारी एफडी होगी। बहुत सारे लोग म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं तो अगर हम 15% पर खुश हो सकते हैं तो हम 50% पे क्यों नहीं खुश हो सकते हैं? हमें क्यों हर महीने पैसे को डबल करना है? अगर आप ये सोच थोड़ी सी चेंज कर ले थोड़ा सा आप यू अलग चेंज करले। हो सकता है मार्केट आपको महीने में दो महीने में तीन महीने में आपके पैसे को 50% कर दें, लेकिन आपकी यह सोच नहीं होनी चाहिए। आपकी सोच ये होनी चाहिए की मुझे पैसा 50% मुझे पूरे साल में चाहिए। पूरे साल में 50% का रिटर्न चाहिए। उस हिसाब से आप ट्रेनिंग अपनी स्टाइल जेनरेट कीजिये। आप देखिये इसमें आपको बहुत फायदा होने वाला है। ट्रेनिंग स्टाइल में आपकी फर्क पड़ेगा। आपके में फर्क पड़ेगा आपके जो सोचने की जो आप स्टॉक मार्केट में यहाँ पे जो ये सोच के चल रहा है, अलादीन का चिराग है। मैं रोज़ रोज़ 10,000 से 10,000 बनाऊंगा तो ये यहाँ पे ऐसा बिल्कुल नहीं होने वाला है।
तो इस चीज़ को कंट्रोल करने के लिए आप छोटा टारगेट लेकर चल, ये पूरे साल का छोटा टारगेट लेके चलिए और उसके हिसाब से पर डे का अपना गोल्ड डिसाइड कीजिए पर वीक का गोल्ड डिसाइड कीजिए। और फिर मंथ्ली गोल अपना डिसाइड कीजिए
Learn to Accept Your Mistake
रिटेलर जो तीसरी सबसे बड़ी गलती करता है। मैं बहुत सारे मुझे कॉल्स आते हैं। बहुत सारे लोग यही बोलते है की सर मैं 4 दिन 5 दिन कंटिन्यू प्रॉफिट में रहता हूँ और पांचवें दिन मैं लॉस में आ जाता हूँ और पांचवें दिन में मैं इतना बड़ा लॉस ले लेता हूँ कि पिछले 4-5 दिन का प्रॉफिट में लॉस में कन्वर्ट कर देता हूँ। दोस्तों, 70% लोगों की यही समस्या है और इस समस्या का समाधान भी आपको ही करना है। बस आपको अपने माइंड सेट को यानी अपनी ट्रेनिंग साइकोलॉजी को इतना ही स्ट्रॉङ्ग कर लेना है कि अगर मार्केट आपको 4 दिन दे रहा है और 1 दिन ले रहा है तो उसको ले लेने दो। आप मान लो की आज मैं हार ठीक है, आज अगर हमे हर दिन पांच 500 रूपया, 1000 ₹1000 कमा रहा हूँ, अगर उस दिन मार्केट मुझे 700 या ₹800 ले लेता है तो आप दे दो और अपने ट्रेनिंग टर्मिनल को बंद कर दीजिए। अगर आप लॉस मेकिंग है तो भी अपने टर्मिनल को बंद कर दीजिए। अगर आपने प्रॉफिट कमा लिया है तो भी टर्मिनल को बंद कर दिए। टर्मिनल को बंद करने से ही आपका प्रॉफिट रुकेगा और टर्मिनल को बंद करने से ही आपका लॉस रुकेगा। अगर आप सारे दिन टर्मिनल को खोल के बैठे हुए हैं तो जरूर यह कन्फर्म है कि 3:30 बजे तक आप अपने प्रॉफिट को लॉस में कन्वर्ट कर देंगे। तो आज से एक ही ध्यान रखनी है। अगर मार्केट में आपको 2 दिन दिया, 3 दिन दिया और चौथे दिन आपसे मार्केट ले लेता है तो उसको दे दीजिए। दक्षिणा समझ कर दे दीजिए, हर दिन तो आपको दे ही रहा है ना तो 1 दिन आपको देने में हर्ज नहीं होना चाहिए। आप 4 दिन जिससे पैसा ले रहे हो उस दिन 1 दिन आप पैसा उसको भी दे दो तभी तो और पैसा डालेगा
तो आप पैसा बना सकते हो ना तो यह हमेशा ध्यान रखना है कि अगर किसी दिन लॉस होता है तो एक्सेप्ट करना है। मान लेना है कि आज मैं हार गया। आज मेरी जो स्टाइल थी, आज जो मेरी टेक्निकल थी, वो चली नहीं। आप मान लेना है और टर्मिनल को क्लोज़ कर देना है और जो लॉस हो रहा है उसको लेके बाहर निकल आना है।
Stop Over Trading
देखिये चौथा सबसे बड़ा कारण यह है कि शायद आप जो ट्रेड करते हैं वह ओवर ट्रेड करते हो। आपकी ट्रेनिंग स्टाइल किस तरह से और जो प्रोफेशनल होते है वो किस तरह से ट्रेड करते हैं, उसके बारे में बताता हूँ। देखिए जो आपने अगर मान लीजिए, कोई 500 का स्टॉक्स है और सुबह आपने उसकी 500 क्वांटिटी ट्रेड कर ली और उस पे आपको ₹1500 का प्रॉफिट हो गया। ठीक हैं, ₹1500 का प्रॉफिट हो गया तो जब आपका अगला ट्रेड होगा तो 500 स्टॉक्स के जो स्टॉक्स का प्राइस 500 हैं। जो लास्ट टाइम फर्स्ट टाइम जो आपने ट्रेड किया था वो 500 क्वांटिटी से ट्रेड किया था। जब आप अगला ट्रेड करोगे ना तो 100% आप 750 या 1000 क्वांटिटी से ट्रेड करने वाले हो। 1000 क्वांटिटी से आप ट्रेड करोगे तो
ये सबसे बड़ा इम्पैक्ट होता है लॉस का, क्योंकि आप क्या कर रहे हो? हर बार क्वांटिटी को डबल करते हुए जा रहे हो। इस बार 500 कर रहे हैं। अगली बार 700 करोगे। प्रॉफिट हो गया तो अगली बार आप 1000 करोगे। 1000 वारे में लॉस हो गया तो वापस आप माइनस में आकर खड़े हो जाते हो।
हाँ, अगर मैं ट्रेड करूँगा तो मैं किस तरह से ट्रेड करूँगा? मान लीजिये सुबह मैंने किसी स्टॉक्स की अगर 2000 क्वांटिटी ली हुई है तो जब मैं अगला ट्रेड करूँगा अगर सेम प्राइस का या उसी प्राइस के आसपास का कोई स्टॉक मिलता है तो अब मैं 2000 क्वांटिटी से ट्रेड ना करके अगर मुझे पहले ट्रेड में प्रॉफिट हुआ है तो जो अगला ट्रेड करूँगा, मैं 1000 क्वांटिटी से करूँगा। अगर 1000 क्वांटिटी में भी मुझे प्रॉफिट हो गया है तो मैं जब तीसरा ट्वीट करूँगा तो वह 500 क्वांटिटी से करूँगा या नहीं? प्रॉफिट के बाद जो मेरा ट्रेड होता है, वो माइनस यानी मेरी जो क्वांटिटी होती है, वो कम होती जाती है और जो रीटेलर होते हैं। जो लॉस मेकिंग ट्रेलर होते हैं, उनकी क्वांटिटी प्रॉफिट के बाद में या लॉस के बाद में बढ़ती हुई जाती है। लॉस अगर पहले ट्रेड में मेरा हो गया तो सेकंड डेट जो मेरा होगा, सेम क्वांटिटी का होगा। लेकिन अगर प्रॉफिट हो गया तो सेकंड ग्रेड मेरा जो होगा वह क्वांटिटी में आँधी करके ट्रेड करता हूँ
तो कोशिश कीजिए अगर आपका पहला ट्रेड प्रॉफिट में हो गया है तो सेकंड ट्रेड उसकी आँधी क्वांटिटी से ट्रेड कीजिए। अगर आपने 1,00,000 से पहला ट्रेड लिया है तो दूसरा ट्रेड आप 50,000 से लीजिये। अगर उसमें लॉस होता है तो टर्मिनल को बंद कर दीजिए। जहा देखिये और एक चीज़ और ध्यान रखिए कि हमेशा डिसाइड कर लीजिये। पहले आप ये डिसाइड कर लीजिये की प्रॉफिट में आपको कितने ट्रेड करने है और लॉस में कितने ट्रेड करने है। मान लीजिए अगर आपका प्रॉफिट होता है पहला ट्रेड प्रॉफिट है, दूसरा ट्रेड प्रॉफिट है। तीसरा भी प्रॉफिट है तो आप चौथा कर सकते हैं।
लेकिन लॉस में आप डिसाइड कर लो की मुझे दो ट्रेड में लॉस हो गया। मैं टर्मिनल क्लोज़ कर दूंगा या आपकी कैपिटल 1,00,000 है। आपने डिसाइड करलो पहले से की। अगर मुझे 2000 का लॉस होगया तो मैं आठ टर्मिनल क्लोज़ कर दूंगा। उसके बाद में ट्रेड नहीं करूँगा और ट्रेड क्लोज़ करने की टर्मिनल को क्लोज़ करने की हिम्मत आप के अंदर होनी चाहिए। रिटेल ट्रेडर के पास ये हिम्मत ही नहीं होती है की वो टर्मिनल को क्लोज़ कर दे तो जीस दिन आप टर्मिनल को क्लोज़ करना सीख जाओगे। शायद आप प्रॉफिट को घर ले के जाओगे या छोटे लॉस में। आज का दिन आप खत्म कर सकते हो।
Learn to Take Profit
देखिये जो पांचवां सबसे बड़ा कारण है। हाथ में किंग का वो क्या होता है? रिटेलर यहाँ पे प्रॉफिट लेता ही नहीं है। उसे प्रॉफिट चाहिए ही नहीं। उसे लॉस में ही क्लोज़ करना देखिये। स्टॉक्स मार्केट में हम चोर हैं, ये समझ लीजिये हम चोर हैं, हम किसी का पैसा यहाँ पे चुराने के लिए आए हैं। अब इस तरह से सोचिए कि चोर क्या करता है? अगर चोर आपके घर में चोरी करने जाएगा तो क्या आपको कुछ चीजें वो लेके भागने की कोशिश करेगा या फिर आपका सोफा बेड, फ्रिज, अलमारी क्या यह तब भी चोरी करके ले के जाएगा? तो हम चोर हैं। हमें जो मिल रहा है हम जैसे घर में घुसे, जितनी जल्दी हमें जो मिल रहा है उसे लेकर हमें भागना यहाँ पे होना चाहिए या फिर समझ लीजिये अगर हमने यहाँ पे वो हम लेके नहीं भाग रहे हैं तो शायद हमें पुलिस पकड़ सकती है या फिर जो उस घर का मालिक है वो जग जाएगा तो वो हमें पकड़ लेगा। मेरे कहने का मतलब यह है कि अगर हम यहाँ पर छोटे चोर है तो हमसे बड़े चोर भी हमारे ऊपर बैठे हुए हैं और हम जैसे 10 चोरों पर वह नजर बनाकर रखे हुए है कि वह हमें पकड़ने के लिए तैयार है तो स्टॉक मार्केट में हमेशा चोर बनी है। जो भी प्रॉफिट मिल रहा है उसको लेकर भागने की कोशिश कीजिए या जो भी लॉस हो रहा है उसे भी लेकर भागने की कोशिश कीजिए। यहाँ पर बहादुर बनकर खड़े मत रहिए। जीस दिन आप बहादुर बनकर खड़े रहेंगे। स्टॉक मार्केट आपको हमेशा लॉस देगा।
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