10 Options Trading Tips for Every Option Trader
दोस्तों, आज मैं आपको ऑप्शन ट्रेनिंग करने के कुछ टिप्स बताऊँगा इन टिप्स को ऑप्शन ट्रेनिंग में फॉलो करने से आपके प्रॉफिटेबल होने की प्रोबेबिलिटी काफी बढ़ जाएगी। दोस्तों ऑप्शन ट्रेनिंग में बहुत सारे ऑप्शन ट्रेडर ऐसी बहुत सारी गलतियाँ करते हैं जिनके कारण उन्हें ऑप्शन ट्रेनिंग में लॉस होता है। आज मैं आपको लॉस से बचने के लिए कुछ ऐसी ऑप्शन ट्रेनिंग टिप्स बताने वाला हूँ जिन्हें फॉलो करके आप ऑप्शन ट्रेनिंग में अपने लॉस को कम कर सकते हैं और प्रॉफिट को बड़ा कर सकते हैं। तो चलिए अब हम सीधे ऑप्शन ट्रेनिंग टिप्स को समझने की कोशिश करते हैं।
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| 10 Options Trading Tips for Every Option Trader |
Know the Purpose of Option Trading
ऑप्शन ट्रेनिंग करने के लिए मेरी सबसे पहली टिप होगी कि आप ऑप्शन ट्रेनिंग करने के उद्देश्य को जाने दोस्तों जब आप ऑप्शन ट्रेनिंग करने की शुरुआत करें। तब आपको यह पता होना चाहिए कि जो ऑप्शन आप Buy or Sell कर रहे हैं, उससे आपकी एक्स्पेक्टेशन क्या है? मतलब की जब आप कोई ऑप्शन बी या सेल करते ही तब आपको ट्रेड लेने से पहले यह पता होना जरूरी है कि आप उस ट्रेड से क्या एक्सेप्ट कर रहे हैं। क्या आप उस ऑप्शन से यह उम्मीद लगा रहे हैं कि वह ऑप्शन आपको चार पांच गुना रिटर्न ना दे या फिर आप केवल यह सोच रहे हो की आपके द्वारा खरीदा गया ऑप्शन केवल 10% बढ़ जाए? देखिये अगर आपका यह सोचना है की कोई ऑप्शन आपको चार पांच गुना रिटर्न दे देगा। मतलब की ₹20 का कोई ऑप्शन नहीं है। ₹80 या ₹100 की प्रीमियम प्राइस का हो जाएगा। तो देखिए ऐसा तो केवल साल भर में कुछ बड़े इवेंट पर ही होता है, जैसे कि बजट के दिन, चुनाव, रिज़ल्ट के दिन या किसी बड़ी खबर आने पर। लेकिन ऐसा हर रोज़ तो हो नहीं सकता है। इसलिए मेरी सलाह आपको यहाँ पर यह होगी कि आपके द्वारा खरीदा गया कोई ऑप्शन अगर आपको 10-15 प्रतिशत तक रिटर्न दे रहा हो तो आपको प्रॉफिट बुक कर लेना चाहिए। किसी अन्य अक्सेप्टेड टारगेट के चक्कर में अपने प्रीमियम का लॉस नहीं करना चाहिए।
Always Check VIX
अगले टिप यह होगी कि हमेशा विकास को चेक करें। दोस्तों विक्स क्या होता है? इसके विषय में मैं आपको पहले ही बता चुका हूँ। दोस्तों की मदद से आप निफ्टी की डेली रेंज का आसानी से पता लगा सकते हैं जो कि किसी भी ऑप्शन ट्रेडर के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है। इसलिए आपको सुबह मार्केट शुरू होते ही ब्रिक्स की मदद से निफ्टी की रेंज का पता लगा लेना चाहिए। विकास से रिलेटेड एक ऑप्शन स्ट्रैटिजी है जो की मैं आपको आगे आने वाले वीडियो में समझाऊंगा अगली टिप यह होगी कि दीपों टीम ऑप्शंस में ट्रेड ना करे।
Dont Trade in Deep OTM Options
दोस्तों, यहाँ ऑप्शन ट्रेनिंग टिप्स हमेशा ध्यान में रखना है। आपको की दीपों टीम यानी की बहुत दूर वाले आउट ऑफ द मनी के ऑप्शंस में ट्रेड नहीं करना चाहिए। खासकर उस समय जब मार्केट एक्सपाइरी के पास हो। आपको पता होना चाहिए कि मार्केट में हर महीने इंडेक्स की चार एक्सपाइरी होती हैं जिन्हें वीकली एक्सपाइरी कहते हैं। आपको यहाँ पर यह भी पता होना चाहिए की गुरुवार को ऑप्शंस की एक्सपाइरी होती है। और बुधवार से गुरुवार तक ऑप्शंस की प्रीमियम प्राइस बहुत तेजी से कम होना शुरू हो जाती है। ऐसे में अगर आप दीपों टीम के ऑप्शंस को बी करते हैं तो ज़ाहिर सी बात है कि वह आपको सस्ते में तो मिलेंगे लेकिन उनका टाइम डी के यानी की थीटा भी उतनी ही तेजी से ऑप्शन्स के प्रीमियम प्राइस को कम करेगा। अब कुछ लोग यहाँ पर यह सोच रहे होंगे कि दीपों टीम ऑप्शन्स 10 गुना भी बढ़ जाते हैं तो क्या हम इन्हें नहीं खरीदे? देखिये ऐसा सिर्फ कई महीनों में एक दो बार ही होता है। मतलब की ऐसा होने की संभावना बहुत कम होती है जबकि लॉस होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है। इसलिए इस प्रकार के ऑप्शंस में ट्रेड ना करना ही बेहतर होगा। मेरा काम है आपको समझाना आपको यह ऑप्शन टिप फॉलो करना है या नहीं, यह पूरी तरह से आपके ऊपर निर्भर करता है। अगली टिप यह है कि खरीदे गए ऑप्शंस को ज्यादा समय तक होल्ड ना करें।
Buy Option's Don't Hold too Much Time
दोस्त तो जब भी आप कोई ऑप्शन बाय करते हैं तो उसे लंबे समय तक होल्ड करने की गलती ना करें क्योंकि ऐसा करने पर आपको लॉस होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अगर बाजार साइडवेज ट्रेंड में चला गया तो टाइम डीके के कारण आपके ऑप्शंस की प्रीमियम धीरे धीरे कम होने लगेंगी। इसलिए जितना जल्दी हो सके प्रॉफिट बुक करके बाहर निकलना भी आना चाहिए। अगले टिप यह होगी कि सही ऑप्शन स्ट्रैटिजी का उपयोग करें।
Use the Right Option's Strategy
यहाँ पर मेरे कहने का यह मतलब है कि आप हमेशा ऐसी स्ट्रैटिजी का यूज़ करे जिसकी ऐक्युरेसी कम से कम 70-80 प्रतिशत की हो। इससे कम प्रतिशत की एक्युरेसी वाली स्ट्रैटिजी का यूज़ करने से आपको कोई फायदा नहीं होगा। इसलिए किसी भी स्ट्रैटिजी पर काम करने से पहले उसकी ऐक्युरेसी रिस्क और रिटर्न का ऐलिस इस पहले ही कर ले उसके बाद उसका यूज़ करे।
Quick Decision to Buy or Sell Options
अगले टिप यह है की ऑप्शन्स को खरीदने या बेचने का निर्णय जल्दी करें। दोस्तों आप चाहे ऑप्शंस को कम प्रॉफिट में बेच दें, लेकिन उसे बड़े लॉस की ओर ना जाने दें। आपको इसी माइंडसेट के साथ ऑप्शन ट्रेनिंग करना चाहिए। इसके लिए आपको ऑप्शन्स को बी या सेल करने का डिसिशन बहुत जल्दी करना आना चाहिए क्योंकि अगर आप देर लगाते हैं तो आपके खरीदे गए ऑप्शन्स के प्रीमियम की प्राइस कुछ ही सेकंड में आपके खरीदे गए प्राइस पर बहुत जल्दी वापिस लौट आती है और आप बस देखते ही रह जाते हैं। इसलिए सोचने में ज्यादा समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। अगर ट्रेड को लेकर थोड़ा सा भी डाउट हो तो उसे बुक कर लें और अगले ट्रेड का इंतजार करें। बहुत सारे ट्रेडर जब अपने ऑप्शंस का प्राइस बढ़ता हुआ देखते हैं तो भले ही उन्हें अच्छा खासा प्रॉफिट हो रहा हो, लेकिन वह उसे बुक नहीं करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि थोड़ा और प्रॉफिट हो जाए, उसके बाद सेल कर दूंगा। और फिर अचानक ही मार्केट गिरने लगता है और उनका प्रॉफिट ना के बराबर रह जाता है। इसलिए जितना जल्दी हो सके प्रॉफिट बुक करने की कला आना चाहिए।
Risk Managment
अगले टिप है हमेशा रिस्क मैनेजमेंट का ध्यान रखें दोस्तों जब भी आप कोई ऑप्शन बाय या सेल करें तो उसमें कितना रिस्क कहे और आप कितना रिस्क उठा सकते हैं, इसका कैलकुलेशन हमेशा आपको पता होना चाहिए। ज्यादा प्रॉफिट कमाने के चक्कर में या एक ही दिन में 10 गुना या 20 गुना प्रॉफिट कमाने के चक्कर में रिस्क को इतना नहीं बढ़ा लेना चाहिए।ये आपका पूरा कैपिटल ही खतरे में आ जाए। रिस्क हमेशा आपके पूरे कैपिटल का केवल 2% से ज्यादा नहीं होना चाहिए। इस बात को आपको हमेशा ध्यान में रखना चाहिए।
Always Follow the News
अगली टिप यह है कि हमेशा खबरों पर नजर रखें। ऑप्शन ट्रेनिंग में आने का मतलब है कि आपको मार्केट के विषय में पूरी जानकारी हो, जिनका इम्पैक्ट बाजार पर पड़ सकता है। ऐसा करने से ऑप्शन ट्रेनिंग में आप अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं।
Don't Average Options
अगले टिप है ऑप्शंस को ऐवरेज ना करे। जब भी आप कोई ऑप्शन बाई करते हैं तब उसको एवरेज करने की कोशिश ना करें। ऐसा करने से आपका पूरा कैपिटल खतरे में आ सकता है और आप का बहुत बड़ा लॉस हो सकता है। ऐवरेजिंग सिर्फ और सिर्फ इन्वेस्टमेंट के हिसाब से ही कारगर है। ऑप्शन ट्रेनिंग में एवरेजिंग करने का मतलब सिर्फ़ लॉस ही होता है।
Learn From your Mistakes
और आखिरी टी पी यहाँ है कि आप अपनी गलतियों से सीखिए। ऑप्शन ट्रेनिंग में आप पूरी तरह से कभी भी परफेक्ट नहीं हो सकते हैं। हमेशा कुछ न कुछ गलतियाँ सभी से होती रहती हैं। आपको उन गलतियों से सीख कर उनकी गलतियों को दोबारा से दोहराना नहीं चाहिए और अपने रूल्स पर मजबूती के साथ डिसिप्लिन के साथ और धैर्य के साथ ट्रेनिंग करना चाहिए। तो दोस्तों, यह थी ऑप्शन ट्रेनिंग के विषय में कुछ टिप्स।
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